दारू: धनतेरस पर हटवे, टाटी, बिशाय और डहरभंगा में बच्चों को मिठाई बांटी गई, चेहरे खिले
खुशियां बटोरने से नहीं बल्कि उन्हें बांटने से मिलती है। खुशियां तो गैरों को भी अपना बनाने से मिलती है। दिव्यदृष्टि टाटीझरिया की टीम शनिवार शाम 4 बजे धनतेरस का उपहार लेकर आदिवासी टोला हटवे, टाटी, बिशाय और डहरभंगा गांव पहुंची। इस दौरान बच्चों के चेहरे पर खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। इन बच्चों को दिव्यदृष्टि के द्वारा निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराया जा रहा है।