'5 साल पहले मैंने अपनी बहन की शादी धूमधाम से की थी। बैंक से लोन और समाज से कर्ज लेकर दहेज दिया था दहेज के अलावा मैंने अपनी बहन के हिस्से की जमीन भी जीजा को देदी थी इसके बावजूद बहनोई का लालच दिन प्रतिदिन बढता चला गया। फिर बहन को बच्चे नहीं थे तो बहनोई कहता था- तम मां नहीं बन सकती हो तो जिदा रहकर क्या करोगी। फिर उसने मेरी बहन की गला घोंटकर हत्या कर दी।