धनारी थाना क्षेत्र एक गांव निवासी एक व्यक्ति की 18 वर्षीय पुत्री मानसिक और शारीरिक बेचैनी से परेशान थी। लेकिन उसकी वजह किसी को समझ नहीं आ रही थी। बेटी अक्सर चुप रहती, घबराई हुई दिखती और खुद में सिमटी रहती थी। परिवार ने इसे मानसिक तनाव या उम्र का असर मानने की बजाय बेटी पर किसी भूत या प्रेत का साया मान लिया।