समाज में अगर दो पक्षों में झगड़ा फ़साद चल रहा हो तो हमारा फर्ज बनता है कि दोनों पक्षों को बैठा कर समझा बुझाकर उनका फैसला करा दे इसमें नेकी भी मिलती है और मन को सुकून भी बहुत मिलता है - Mawana News
समाज में अगर दो पक्षों में झगड़ा फ़साद चल रहा हो तो हमारा फर्ज बनता है कि दोनों पक्षों को बैठा कर समझा बुझाकर उनका फैसला करा दे इसमें नेकी भी मिलती है और मन को सुकून भी बहुत मिलता है