जिस मिट्टी ने लहू पिया, वह फूल खिलाएगी ही,
अंबर पर घन बन छाएगा ही उच्छवास तुम्हारा।
और अधिक ले जांच, देवता इतना क्रूर नहीं है,
थककर बैठ गये क्या भाई! मंजिल दूर नहीं है।🇮🇳🤝🇮🇳
जिस मिट्टी ने लहू पिया, वह फूल खिलाएगी ही,
अंबर पर घन बन छाएगा ही उच्छवास तुम्हारा।
और अधिक ले जांच, देवता इतना क्रूर नहीं है,
थककर बैठ गये क्या भाई! मंजिल दूर नहीं है।🇮🇳🤝🇮🇳 - Jagdishpur News