मनुष्य का सबसे बड़ा दोष है कि वह अपने आप को निर्दोष समझता है उक्त बातें चकाई प्रखंड अंतर्गत बस बिटिया गांव में श्री श्री 108 श्रीमद् देवी भागवत कथा महायज्ञ में वृंदावन से आए अनुराग कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने प्रवचन के दौरान कही. कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कहा कि मनुष्य का शत्रु बुरे कर्म होते हैं. बिना मेहनत के कोई कुछ नहीं पा सकता है.