Public App Logo
पर्वत केवल मिट्टी नहीं — हमारी संस्कृति, जलस्रोत और जीवन की रीढ़ हैं! भारत और दुनिया आज विकास के नाम पर विनाश की उस राह पर चल रहे हैं जहां पहाड़ “संसाधन” बन गए हैं और समुदाय “रुकावट”। - Shahabad News