आजादी से लेकर 2014 तक देश पर 55 लाख करोड़ रु कर्ज था।
2014 से 2023 के बीच कर्ज बढ़कर 155 लाख करोड़ रु. हो गया।
आज हर नागरिक पर 1 लाख 9 हजार रु. कर्ज है।
आजादी से लेकर 2014 तक देश पर 55 लाख करोड़ रु कर्ज था।
2014 से 2023 के बीच कर्ज बढ़कर 155 लाख करोड़ रु. हो गया।
आज हर नागरिक पर 1 लाख 9 हजार रु. कर्ज है। - Uttar Pradesh News