रविवार 2़ नवंबर शाम 6 बजे के आसपास मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि कार्यक्रम में आदिवासी समाज के लोगों ने पारंपरिक रीति रिवाज के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया. कार्यक्रम में झारखंड युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष भुगलू सोरेन भी मौजूद थे. पूजा अनुष्ठान। ढोल नगाड़ों की चाप और नृत्य के साथ संपन्न हुआ. यह पर्व फसल पकने के उपरांत बैलों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करन