एडिशनल डीसीपी ने गुरुवार 4 बजे बताया की फरियादी के अनुसार, मैनेजर भदौरिया ने उन्हें बताया कि लोन का ब्याज अधिक आ रहा है, इसलिए ईएमआई कम करने के नाम पर लोन अकाउंट से पैसा ओवरड्राफ्ट (OD) अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा। भरोसा दिलाते हुए उन्होंने आरटीजीएस करवाए, लेकिन पैसा OD अकाउंट में ट्रांसफर करने के बजाय अलग-अलग निजी खातों में भेज दिया गया।