लेफ्टिनेंट बनकर आज सोमवार 10:00 बजे गांव पहुंचने पर रोहित का ग्रामीण और परिजनों ने बाबा जयराम दास मंदिर में स्वागत किया। रोहित की तीन पीढ़ियां भारतीय सेवा में रही है। रोहित ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर उसी दिशा में निरंतर प्रयास किया जाए, तो सफलता जरूर मिलती है।