आज हेमंत सोरेन का असली चेहरा सामने आ गया
कहता है <nis:link nis:type=tag nis:id=कुड़मी nis:value=कुड़मी nis:enabled=true nis:link/> लोग आदिवासी बनके कहाँ जाएगा।
कान खोल कर सुन लीजिए साहब हम आदिवासी थे आदिवासी हैं और आदिवासी रहेंगे सिर्फ व सिर्फ मुझे जो उसका लाभ हैं वो नहीं मिल है???