वैकुंठ चतुर्दशी पर सिद्धवट मंदिर में उमड़ी भीड़, श्रद्धालुओं ने शिप्रा नदी में स्नान कर किया तर्पण व पिंडदान
कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को वैकुंठ चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है, जिसका अवंतिका नगरी में विशेष महत्व है। मंगलवार 11:00 के लगभग पंडित ने जानकारी देते हुए बताया कि वैकुंठ चतुर्दशी पर सिद्धवट घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नाहन कर पिंडदान किया आज के दिन पिंडदान करने का विशेष महत्व है