हिंदू पंचांग के अनुसार प्रतिवर्ष की भांति कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव उठानी एकादशी के रूप में मनाई गई, महिलाओं ने मंदिर तथा घरों में तुलसी विवाह का आयोजन किया गया तथा भगवान साल ग्राम की बारात निकाली गई, लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि 4 माह बाद तुलसी विवाह के बाद देवउठनी एकादशी से मांगलिक शुभकामनाएं अब शुरू हो गए, महिलाओं ने भजन कीर्तन किया