मज़दूरों का छलका दर्द ,कोई भी रो पड़े .. क्या इसी दिन के हम वोट देकर लोकतंत्र को मज़बूत करते है।
ग़रीबी को अभिशाप मानकर चलने वाले प्रतिनिधि गण पहचानिये अपने मानव संसाधन की शक्ति को
#BiharFightsCorona
मज़दूरों का छलका दर्द ,कोई भी रो पड़े .. क्या इसी दिन के हम वोट देकर लोकतंत्र को मज़बूत करते है।
ग़रीबी को अभिशाप मानकर चलने वाले प्रतिनिधि गण पहचानिये अपने मानव संसाधन की शक्ति को
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