मामला जिला मुख्यालय के झाबुआ कृषि मंडी प्रांगण का है, जहां पर जिला झाबुआ की कृषि मंडी लगती है उसे स्थान पर नहीं व्यापारियों को ना ही किसानों को कोई सुविधा, सबसे बड़ी बात तो यह की मध्य प्रदेश सरकार की ओर से भावांतर योजना चलाई जा रही है और वहीं दूसरी ओर व्यापारी अपनी मनमानी से कम दामों में किसानों से फसल खरीद रहे हैं, झाबुआ मंडी में नीलामी की कोई व्यवस्था नहीं