"सत्ता की हनक है तुम्हें, तो हमें भी तुम्हें झुकाना आता है
दबाओगे तुम आवाजें कितनी, हमें भी चिल्लाना आता है"
नाकामयाबियां छुपाने, कितने ही काले कानून ले आओ
तुम्हें तख्त पर बिठाने वालों को, नीचे गिराना भी आता है
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