धर्मांतरित पिता के शव को दफनाने के बाद उसे उखाड़ने का विरोध लगातार आज दूसरे दिन भी जारी रहा। इसमें आज दूसरे दिन आदिवासी समाज में काफी आक्रोश देखने को मिला।जहां 54 गांव के आदिवासी समाज सुबह से ही लाठी डंडे लेकर आमांबेड़ा पहुंचे थे।जिससे क्षेत्र का माहौल काफी तनावपूर्ण रहा।वही सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग के द्वारा भी काफी मात्रा में जवान तैनात किए गए थे।