ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के ग्राम दशरमन के गरीब मजदूर के घर पैदा हुई आंखों से दिव्यांग सुदामा का पहले तो लगता था कि घर के लिए बोझ साबित होगी। क्योंकि पहले तो घर की गरीब स्थिति और दूसरा आंखों से दिव्यांग होना था। लेकिन जिसके अंदर कुछ करने का जज्बा होता है वह सभी समस्याओं से निपटते हुए आगे बढ़ता जाता है। उसी तर्ज में दिव्यांग सुदामा आए दिन नए इतिहास रच रही है।