पुराने रायपुर में आज भी सारी संस्कृतियों जीवंत हैं ।
आज भी लोग छेरछेरा मांगने घरों में जाते हैं। स्वरूप थोड़ा सा बदल गया है परंतु भाव वही है।
छेरछेरा पुन्नी की आप सभी को हार्दिक बधाई
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28.7k views | Chhattisgarh, India | Jan 14, 2025