सज्जनगढ़: कुशलगढ़ में आज खरीदारी के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ बाजार में रही, जनजाति अंचल के लोगों द्वारा
कुशलगढ़ कस्बे में आज जनजाति अंचल के लोगों की भारी भीड़ रही पशुधन को सजाने संवारने की पुरानी परंपरा का निर्वहन आज भी किया जा रहा है। गले की घंटी रस्सी गेरुआ रंग की बिक्री हुई पशुधन को गले में बांधने के लिए घंटी वह उनी रेबब वनश्मि अलग-अलग तरह की है रसिया भी किसानों ने खरीदी।