“जो भरा नहीं है भावों से जिसमें बहती रसधार नहीं।
वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।”
हिन्दी भाषा के प्रमुख कवि, पद्मभूषण से सम्मानित, राष्ट्रकवि #मैथिलीशरण_गुप्त जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।
Banswara, Banswara | Dec 12, 2021