मोहनिया: भक्ति कोई शब्द नहीं, यह तो हृदय की भाषा है; मनुष्य अपने अहंकार को रामचरणों में रख देता है, उसका जीवन सार्थक होता है
मोहनिया के डॉक्टर भृगुनाथ सिंह मेमोरियल अस्पताल परिसर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा प्रवचन के दौरान जगतगुरु रामानुजाचार्य मारुति किंकर महाराज ने शनिवार की संध्या 6:30PM पर कहा कि भक्ति कोई शब्द नहीं यह तो हृदय की भाषा है जब मनुष्य अपने अहंकार को राम चरणों में रख देता है तभी उसका जीवन सार्थक होता है,28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक चलेगा।