अंत्योदय एवं एकात्म मानववाद के प्रणेता, श्रद्धेय <nis:link nis:type=tag nis:id=पंडित_दीनदयाल_उपाध्याय nis:value=पंडित_दीनदयाल_उपाध्याय nis:enabled=true nis:link/> जी ने देश को ऐसी विचारधारा दी, जिसका मूल उद्देश्य अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का कल्याण और राष्ट्र को पुनः विश्व गुरु बनाना है।