मन की लिखूं तो शब्द रूठ जाते हैं,#और सच लिखूं तो अपने रूठ जाते हैं,
#जिंदगी को समझाना बहुत मुश्किल हैं #जनाब,
#कोई सपनों की खातिर अपनों से दूर हो जाता है,.....
Chapra, Saran | Feb 13, 2024
munna24302632
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अभी झारखण्ड के युवा इसी तरह से तरस रहे हैं सरकारी नौकरी के लिए
सारे वादे धरे के धरे रह गए!
#जनाब#को#BMW मुबारक
ay5851775
Ghaghra, Gumla | Jul 25, 2021
#जनाब राहत इंदौरी साहब को हम मेहनतकश कामगारों की ओर से शत् शत् नमन... ताउम्र आपकी शख्सियत हमारी जेह़न में जिन्दा रहेंगी