निवास के समीप ग्राम पिपरिया पर श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा व्यास पं अनुज कृष्णम महाराज ने ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि ध्रुव एक आदर्श और प्रतिष्ठित चरित्र है, जिसने अपने जीवन में भगवान की भक्ति और सेवा को सर्वोपरि माना। उन्होंने कहा कि ध्रुव ने अपने पिता के अपमान को सहन किया और भगवान की शरण में गए।