"अभी उम्र कुल तेइस की थी, मनुज नहीं अवतारी थी। हमको जीवित करने आई, बन स्वतंत्रता नारी थी।।"
1857 स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना <nis:link nis:type=tag nis:id=रानी_लक्ष्मीबाई nis:value=रानी_लक्ष्मीबाई nis:enabled=true nis:link/> जी के बलिदान दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।💐💐🙏
4.7k views | Huzur Nagar, Rewa | Jun 18, 2023