बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाने के लिए आज भी खटिया का सहारा लेना पड़ता है। गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती, जिससे कई बार मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है। बरसात के मौसम में हालात और भी भयावह हो जाते हैं। कीचड़ और फिसलन के कारण स्कूली बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो जाता है। कई बच्चे तो मजबूरी में पढ़ाई छोड़