प्रेमनगर: विकासखंड प्रेमनगर के विभिन्न ग्राम पंचायतों में हरा सोना संग्रहित कर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं ग्रामीण
जहाँ शहरों में आमजन जीवन यापन के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए तेंदूपत्ता एक ऐसा साधन बनकर उभरा है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है। तेंदूपत्ता संग्रहण का यह समय ग्रामीणों के लिए रोजगार का मौसम बन गया है। सुबह होते ही गांव के पुरुष, महिलाएं और बच्चे टोकरियाँ लेकर जंगल की ओर निकल जाते हैं और दोपहर तक तेंदूपत्ता की तोड़ाई में जुटे रहते ।