<nis:link nis:type=tag nis:id=सांस्कृतिकऐतिहासिकइतिहासलेखन nis:value=सांस्कृतिकऐतिहासिकइतिहासलेखन nis:enabled=true nis:link/> के क्रम में कोटपूतली की पवाना अहीर,कूजोता, कंवरपुरा, गोरधन पुरा,भालो जी ,बसई, नांगल पंडित पुराका इतिहास लेखन कार्य पूरा हुआ।आज के सभी कार्यक्रम में बनवारी लाल जी शास्त्री का विशेष योगदान रहा।आज के सभी सफल कार्य