वार्ड नम्बर 3 निवासी मोहन लाल देवासी, पुत्र श्री पोलाराम देवासी, ने कठिन परिश्रम, अटूट संकल्प और निरंतर संघर्ष के बल पर भारतीय सेना में चयनित होकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। साधारण परिवार से निकलकर असाधारण सफलता प्राप्त करने वाले मोहन लाल देवासी की यह यात्रा आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। मोहन लाल देवासी के पिता श्री पोलाराम देवासी भेड़-बकरियाँ चराक