कोरबा-चांपा मार्ग पर बरपाली के पास बसा डोंगरीभाठा गांव अपनी एक रहस्यमयी और अनोखी परंपरा के कारण पूरे अंचल में चर्चा का विषय है। यहां बीते करीब 100 वर्षों से हर शादी से पहले पत्थर के दूल्हा-दुल्हन और बारातियों की पूजा की जाती है। इतना ही नहीं गांव में बेटी की विदाई सूरज निकलने से पहले ही कर दी जाती है ताकि कोई अनहोनी न हो।