गंडक नदी से निकलकर शहर के बीचो-बीच से होकर गुजरने वाली छाड़ी नदी का पानी जहरीला हो चुका है।नदी की जमीन को चारों तरफ से एक बड़ी आबादी के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है।मछुआरों के अलावा किसानों और माल मवेशी के पालकों के लिए छाड़ी नदी कभी वरदान हुआ करती थी, लेकिन आज नदी का अस्तित्व ही खतरे में है।