देश की राजनीती में गठबंधन टूटना नया गठबंधन बनना ये आम बात है,राजनीती में न कोई किसी का स्थाई दोस्त होता है न स्थाई दुश्मन होता है।
कोई कहता या नहीं कहता लगभग सबको पता है ये बात।
नोट - तो मुर्गे की चाल न चले की हम बाग देनी ह तबे दिन भईल ह..
Ramnagar, West Champaran | Jan 25, 2024