रजौली वन क्षेत्र में इन दिनों ग्रामीण भय और बेचैनी के माहौल में जी रहे हैं। कई दशकों बाद इलाके में बाघ की मौजूदगी ने लोगों की नींद उड़ा दी है। नावाडीह, झराही, जमुनदाहा, पिछली और परतौनिया गांवों के आसपास बाघ की चहलकदमी से गांवों में सन्नाटा पसर गया है। लोग सूर्य ढलते ही घरों में दुबकने को मजबूर हैं। जानकारी 3 pm