कांग्रेस के इन आरोपों में कोई दम नहीं है। पिछले 2 सत्रों में हमने देखा है कि किस तरह से जनता के पैसे की बर्बादी कांग्रेस ने की है। संसद का सत्र चलने नहीं दिया गया, तख्तियां लेकर नारेबाजी करके पूरे सत्र को बिगाड़ दिया। अब उनसे इतना ही अनुरोध है कम से कम इस शीतकालीन सत्र को चलने दें। हम जनता से जुड़े मुद्दों पर सार्थक और पर्याप्त चर्चा कर सकें।"