कड़ाके की ठंड से जनजीवन पटरी से उतर गया हैं। तापमान में गिरावट ने और भी ज्यादा बेचैनी बढ़ा दी। कड़ाके की ठंड के बीच लोगों की नींद खुली। पछुआ हवा ने लोगों की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ा दी। बाजारों में जहां रोजाना सुबह खरीदारों की भीड़ लगी रहती थी, वहां सन्नाटा पसरा रहा। कड़ाके की ठंड ने मेहनतकशों की परेशानी बढ़ा दी।दरभंगा में बढ़ती ठंड से मजदूर परेशान है