कड़ाके की ठंड में बेघर और जरूरतमंद लोगों के लिए बनाए गए रात्रि आश्रय स्थल (रैन बसेरा) का उद्देश्य उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन देना है, लेकिन सुपौल का रैन बसेरा इन उद्देश्यों पर खरा नहीं उतर पा रहा है। यहां की स्थिति देखकर यह सवाल उठना लाज़िमी है कि आखिर ऐसे रैन बसेरे का क्या मतलब, जहां मूलभूत सुविधाएं तक नदारद हों। नियमों के अनुसार रैन बसेरा में पीने क