जिसकी पहली और आखिरी मुहब्बत का नाम.."वतन" था..!
जो दिवाना था आजादी का.. जिसकी कलम ने ..इश्क लिखने की उम्र में इंकलाब लिखा..
वो आजादी का परवाना, वो शहीद-ऐ-आजम.. भगत सिंह...के
यौम-ऐ-पैदाइश पर दिल से <nis:link nis:type=tag nis:id=ख़िराज़_ऐ_अकीदत nis:value=ख़िराज़_ऐ_अकीदत nis:enabled=true nis:link/>
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39.8k views | Patratu, Ramgarh | Sep 28, 2021