गोड्डा में कोहरे के बीच सुकून की चाय: 46 साल पुरानी दुकान, कमल और गंगा-जमुनी तहजीब रविवार सुबह 5:00 बजे जब ठंड बढ़ जाती है और सांस के साथ भाप निकलने लगती है, तब एक कप चाय ही है जो दिन की शुरुआत और अंत दोनों को संभाल लेती है। सड़क पर निकलते ही सबसे पहले नजर चाय की दुकानों पर जाती है, क्योंकि इस मौसम में चाय सिर्फ आदत नहीं रहती, बल्कि जरूरत बन जाती है। गोड्ड