श्रीश्रीठाकुरजी का 138 वाँ जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।गाजे बाज़े क़े साथ निकली शोभा यात्रा। वन्देपुरुषोत्तमम ध्वनि से गुंजायमान हुआ शहर। रविवार को एक बजे कार्यक्रम आयोजित किया गया।अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाकर जो हमें बचने -बढ़ने का सही पथ दिखाए वही होतें हैं सद्गुरु और वे युग, काल और समय के अनुसार नर तन देह धारण कर युग के अनुसार सरल विधान देतें हैं।