कोई पहली बार बोला हे संसद में इस विषय पर
कॉलेजियम के पिछले रास्ते से बड़के <nis:link nis:type=tag nis:id=फैसलाघर nis:value=फैसलाघर nis:enabled=true nis:link/> में बैठे 5 _ 10 लोग इस देश के 140 करोड़ जनता के भाग्य विधाता नहीं बन सकते।
क्या वो लोग संविधान से भी ऊपर हैं??
5.9k views | Behat, Saharanpur | Jul 28, 2024