आयोजकों ने रविवार शाम 7 बजे बताया कि सुबह मंगल आरती के साथ शुरू हुए जन्मकल्याणक महोत्सव में भगवान पार्श्वनाथ का मनोहारी श्रृंगार किया गया। इसके बाद चांदी के सुसज्जित रथ में विराजित प्रभु की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। वरघोड़ा मंदिर परिक्रमा के बाद महाराणा भूपालसिंह बस स्टैंड और मुख्य बाजार से गुजरा। बैंड-बाजों की मधुर धुनों और जयकारों के बीच जैन संतों सहित सै