पूर्णागिरि: पर्यटन को नए पंख: बाणासूर के बाद अब डांडा–ककनई में पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण प्रारंभ
वर्तमान में डांडा में ‘पैराग्लाइडिंग उड़ान अभ्यास’ नाम से प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित है, जिसमें सोलो पैराग्लाइडिंग पायलट प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पायलटों को अभी सोलो उड़ान की ट्रेनिंग दी जा रही है और 100 घंटे की उड़ान पूरी होने पर वे (कमर्शियल) पायलट बनने के लिए पात्र होंगे। डांडा में 6 नवम्बर से 25 नवम्बर तक प्रथम बैच तथा 26 नवम्बर से 16 दिसम्बर तक चलेगा