सरदारशहर: जयसंगसर गांव में चल रही नानी बाई के मायरे की कथा में भगवान कृष्ण ने भरा नानी बाई का मायरा, कथा का समापन हुआ
सरदारशहर के जयसंगसर गांव में चल रही नानी बाई के मायरे कथा के अंतिम व चौथे दिन कथावाचक संत श्री शंकरदास जी महाराज ने संगीतमय कथा गान कर श्रोताओं को भावुक कर दिया। उन्होंने सास-बहू के संबंधों के आधार पर ही पारिवारिक जुड़ाव स्थायी रहने की रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि सास उसकी बहू को बेटी और हर बहू अपनी सांस को मां समझे तो स्वर्ग कहीं ओर ढूंढने की जरूरत न