चापड़ा में आज दोपहर में लोग उस समय हैरान रह गए, जब प्रमुख मार्गों से गुजर रहे बैंड की धुन पर युवा नाचते ओर आतिशबाजी करते नजर आए और ढोल की थाप पर दो घोड़ियां थिरकती हुई चल रही थीं लग रहा था कोई बारात है लेकिन यह अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी, पिता की अंतिम इच्छा पुत्रों ने पूरी की !