विकसित भारत-2047" के विजन को साकार करने की दिशा में पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग ने 'द नाहर संस्था' के सहयोग से बूंदी की ऐतिहासिक धरोहरों पर एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया। सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े के तहत आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध सुखमहल और रानी जी की बावड़ी की साफ-सफाई की गई, जिसमें विभागीय कर्मचारियों और स्वयंसेवकों ने श्रमदान किया।