जिले के इतिहास में पहली बार वन विभाग ने वनकर्मियों, संयुक्त वन प्रबंधन समिति एवं जैव विविधता प्रबंधन समिति के सदस्यों के लिए वन्यजीव संरक्षण एवं प्रबंधन पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह पहल न केवल वन विभाग की क्षमता वृद्धि बल्कि स्थानीय समुदाय को संरक्षण की मुख्यधारा से जोडने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुई है।