बच्चों पर ममता और स्नेह बरसाने और परिवार में सुख-समृद्धि व खुशहाली का लोकपर्व बछ बारस बुधवार को पारम्परिक हर्षोल्लास से मनाया गया। बुधवार प्रातः 9 बजे महिलाएं गो-पूजन कर बछबारस की प्रचलित पांच लोककथाओं का श्रवण कर महिलाओं ने अपने बड़ों से आशीर्वाद लिया। बछ बारस पर वैष्णव भक्तों के घरों में गेहूं व गाय के दूध से निर्मित व्यंजनों तथा चाकू से कटी हुई सब्जियों क