सलूम्बर जिले में पहली बार बंधुआ बाल श्रमिकों की रिहाई की कार्रवाई हुई। गायत्री सेवा संस्थान और प्रशासन की पहल पर सिरोही जिले के दो जनजातीय बच्चों को गडरियों के चंगुल से मुक्त कराया गया। जावर माइंस थाना क्षेत्र में दर्ज मामले के बाद आज उपखंड अधिकारी आकांक्षा दुबे ने दोनों बच्चों को बंधुआ मुक्ति प्रमाण पत्र सौंपे.